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Showing posts from May, 2018

‘दम मारो दम’ से बेदम होते युवा

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राजएक्सप्रेस, भोपाल। आज विश्व धूम्रपान निषेध दिवस है। तंबाकू नियंत्रण के लिए सख्त तथा कारगर कदम उठाने की आज नितांत आवश्यकता है। सरकार के कानूनी प्रावधान महज चेतावनी बनकर रह गए हैं। सार्वजनिक स्थलों पर धूम्रपान निषेध कानून की अवहेलना हो रही है। सरकार को थोड़े से लाभ को त्याग कर तंबाकू के सेवन को रोकने के लिए बनाए गए कानून तथा नियमों को सख्ती से अमल में लाना होगा। नशा विनाश की जड़ है और बात जब धूम्रपान की करते हैं तो यह और भी भयावह हो जाता है। केंद्र और राज्य सरकारें धूम्रपान के खिलाफ जागृति अभियान चला रही हैं लेकिन युवा वर्ग अपने आपको इस जहर से बचा नहीं पा रहा है। हालिया वर्षो में जारी आंकड़े डरावने हैं। देश के भविष्य युवा पीढ़ी को धूम्रपान निगल रहा है। धूम्रपान से निजात पाने के लिए स्वविवेक की जरूरत है और स्वविवेक आत्मबल से आता है। समय-समय पर धूम्रपान से बचने के लिए प्रभावी विज्ञापन जारी किए जाते हैं लेकिन पश्चिमी देशों की नकल कर कानून को ठेंगा दिखाता युवा वर्ग ‘दम मारो दम’ की नकल पर अपना पूरा दम निकाल दे रहा है। भारत में तंबाकू की शुरुआत के प्रमाण जहांगीर के शासनकाल से मिलते है

यह अभिभावकों की परीक्षा का समय है

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राजएक्सप्रेस, भोपाल।  परीक्षा के समय बच्चों पर बनाया जाने वाला बेवजह का दबाव रिजल्ट के समय अवसाद का कारण बन जाता है। इसी अवसाद में कई बच्चों को जान देते तक देखा गया है। अब यह अभिभावकों (Parental Pressure)को तय करना है कि वे अपने बच्चों को जिंदगी की परीक्षा पास करते देखना चाहते हैं या फिर स्कूल की। अत: बच्चों को उनके अनुसार सफलता के पायदान चढ़ने दिया जाए। परीक्षा परिणामों के समय घरों में बच्चों को केवल उम्मीद भरी नजर से देखा जाता है। सफलता या असफलता की स्वीकार्यता को लेकर उन्हें मानसिक रूप से तैयार नहीं किया जाता। न ही घर के बड़े सदस्य इसके लिए तैयार होते हैं। बच्चों को यह दिलासा भी नहीं दिया जाता कि अंक चाहे जैसे आएं हम तुम्हारे साथ हैं। हालिया सालों से परीक्षाओं के नतीजे आते ही बच्चों के घर छोड़ने और आत्महत्या करने जैसी खबरें सुर्खियां बनने लगती हैं। ऐसे में जरूरी है कि परिणाम आने के समय पर भी  बच्चों को संबल दिया जाए। बच्चों को समझाएं कि अगर वे परीक्षा में असफल भी होते हैं तो इसका मतलब यह नहीं कि वे जीवन में असफल हो गए हैं। राष्ट्रीय क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो की 2014 की रिपोर्ट के

नशे में तब्दील हो गया सोशल मीडिया

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राजएक्सप्रेस, भोपाल। पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल ने वहां की निचली अदालतों के न्यायाधीशों व कर्मचारियों को अदालत की कार्य-अवधि के दौरान सोशल मीडिया का प्रयोग न करने का निर्देश दिया है। यह व्यवस्था बेहद उम्दा है। दूसरे राज्यों को भी इसी तरह की पहल करते हुए नियम बनाने चाहिए। यही एकमात्र रास्ता है, जो लोगों को सोशल मीडिया (Social Media Intoxication)से दूर रख सकता है। पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल ने वहां की निचली अदालतों के न्यायाधीशों व कर्मचारियों को अदालत की कार्य-अवधि (वर्किग ऑवर) के दौरान सोशल मीडिया का प्रयोग न करने का निर्देश दिया है। इसमें कहा गया है कि न्यायाधीश समेत अन्य कर्मचारी अदालती कामकाज के दौरान मोबाइल आदि पर सोशल साइट्स न देखें। हालांकि, इस दौरान बहुत जरूरी होने पर परिवार से बात करने के लिए उन्हें इंटरनेट के इस्तेमाल की छूट अवश्य दी गई है। इस निर्देश का अनुपालन न करने वालों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करने संबंधी नियम भी निर्धारित कर दिया गया है। यह निर्देश पंजाब, हरियाणा व चंडीगढ़ की जिला अदालतों के लिए जारी किए गए हैं। ज्ञात हो कि पंजाब एवं

तेल की धार को रोके सरकार

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राजएक्सप्रेस, भोपाल। Petrol Diesel Price: पेट्रोल और डीजल की कीमतें अपने रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गईं। कंपनियां कह रही हैं कि उन्होंने अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के भाव में आई बढ़ोतरी को देखते हुए ही दाम बढ़ाए हैं। लेकिन सरकार को इस मसले पर दखल देकर कीमतें नियंत्रित करनी ही चाहिए। Petrol Diesel Prices:  पेट्रोल और डीजल की कीमतें रविवार को अपने रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गईं। तेल कंपनियों की ओर से सुबह 6 बजे जारी रेट लिस्ट के मुताबिक दिल्ली में पेट्रोल 33 पैसे महंगा होते हुए 76.24 रुपए का हो गया, जबकि डीजल भी अब तक के अपने इतिहास में सबसे महंगा होते हुए 67.57 रुपए के स्तर पर पहुंच गया है। इससे पहले दिल्ली में 14 सितंबर-2013 को पेट्रोल की सबसे ज्यादा कीमत 76.06 रुपए थी। बीते करीब चार सप्ताह से अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल कीमतों के बढ़ने से पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ रहे हैं। स्थानीय सेल्स टैक्स और वैट के अनुसार हर राज्य में पेट्रोल और डीजल की कीमत अलग-अलग होती है। देश के सभी प्रदेशों की राजधानियों और मेट्रो शहरों की तुलना में दिल्ली में यह कीमतें फिर भी सबसे कम हैं। बहरहाल, देश मे

राजीव ने दुनिया को किया नतमस्तक

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राजएक्सप्रेस, भोपाल। आज पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी (Rajiv Gandhi) की जयंती है। प्रधानमंत्री रहते राजीव ने पड़ोसी मुल्कों और अमेरिका तथा चीन के साथ जिस तरह के रिश्तों की नींव रखी, उसकी मिसाल आज भी देखी जाती है। सीमाओं पर दुश्मन देशों के दुस्साहस से उपजी असुरक्षा में हमें राजीव गांधी याद आते है। उन्होंने विश्व में कुछ भी सह लेने की भारत की छवि को तोड़ते हुए आर्थिक और सैन्य ताकत पर आधारित सशक्त भारत की पहचान दी। Rajiv Gandhi:  बेनजीर भुट्टो ने अपनी आत्मकथा में दावा किया है कि दक्षिण एशिया और शायद सारी दुनिया हिंदुस्तान और पाकिस्तान के बीच रिश्तों का एक नया ही स्वरूप देखती अगर राजीव गांधी जिंदा रह जाते। भारत के सबसे युवा प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने अपने कार्यकाल में साहसिक फैसलों से दुनिया को यह अहसास कराया था कि भारत जितना विनम्र है, राष्ट्रीय हित और देश की सुरक्षा को लेकर उतना ही आक्रामक भी। इंदिराजी की हत्या के बाद जब राजीव गांधी प्रधानमंत्री बने तो तो पड़ोसियों से मित्रता या शत्रुता को लेकर किसी भी देश के प्रति किसी तरह का पूर्वाग्रह उनके मन में नहीं था। पर अपनी मां की हत्य

तो क्यों आए कर्नाटक में ऐसे परिणाम

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राजएक्सप्रेस,भोपाल। कर्नाटक चुनाव के परिणाम (Karnataka Election Results)आ गए हैं और अब सरकार बनाने की कवायद तेज है। लेकिन राज्य के परिणाम पर नजर डालें, तो कांग्रेस शुरू से ही भाजपा की रणनीति के आगे टिकती नहीं दिख रही थी। सिद्धारामैया की नीति के चलते प्रदेश के कांग्रेस नेता पहले से ही दूरी बनाकर चल रहे थे, तो कांग्रेस द्वारा बनाए गए सामाजिक समीकरणों की काट भाजपा ढूंढ लाई। कुल मिलाकर, कांग्रेस एक बार भी लड़ाई में नहीं दिखी। कर्नाटक चुनाव परिणाम के हम कई निष्कर्ष निकाल सकते हैं। मसलन, कांग्रेस इसमें बुरी तरह पराजित हुई। अकेले बहुमत से वंचित रहने के बावजूद भाजपा ने बहुत ही बेहतर प्रदर्शन किया तथा जेडीएस ने अपेक्षा से बेहतर सफलताएं पाईं। जब सिद्धारामैया ने यह बयान दिया कि यदि पार्टी किसी दलित को मुख्यमंत्री बनाती है तो वे अपनी दावेदारी छोड़ने को तैयार हैं तब लोगों को समझते देर नहीं लगी कि उनको विधानसभा चुनाव परिणामों का आभास हो चुका है। वास्तव में 2013 में कांग्रेस को विजय मिली तो इसका मुख्य कारण भाजपा से लोगों की निराशा थी। भाजपा को 2008 में जिन उम्मीदों से लोगों ने मत दिया उस कसौटी

मोदी का नेपाल दौरा खोलेगा नए द्वार

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राजएक्सप्रेस,भोपाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पड़ोसी देश नेपाल के अपने तीसरे दौरे (PM Narendra Modi Nepal Visit) पर हैं। इस दौरे को दोनों देशों की जनता के बीच संपर्को को नया आयाम देने वाला दौरा कहा जा रहा है। चीन की नेपाल के साथ बढ़ती दोस्ती के बीच मोदी का यह दौरा नि:संदेह दोनों देशों के रिश्ते मजबूत करेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पड़ोसी देश नेपाल के अपने तीसरे दौरे पर हैं। इस दौरे को दोनों देशों की जनता के बीच संपर्को को नया आयाम देने वाला दौरा कहा जा रहा है। नेपाल, भारत की विदेश नीति में हमेशा से अहम देश रहा है, लेकिन हाल के वर्षो में दक्षिण एशिया में चीन की बढ़ती रुचि के कारण नेपाल को लेकर भारत काफी सजग हो गया है। नेपाल पहाड़ी देश है जिसकी सीमा सिर्फ दो देशों से ही लगती है। तीन तरफ से भारत और तिब्बत की ओर से चीन की। अपनी जरूरतों के लिए नेपाल काफी हद तक भारत पर निर्भर है, लेकिन भारत के लिए नेपाल के संदर्भ में चीन की चुनौती अब हिमालय पर्वत जैसी बड़ी होती जा रही है। नेपाल में पिछले एक दशक में आए राजनीतिक बदलाव, माओवादी ताकतों का सत्ता में आना और चीन की नेपाल में एंट्री भारत के

प्रौद्योगिकी पर ध्यान केंद्रित करे भारत

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राजएक्सप्रेस,भोपाल। आज राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस (National Technology Day) है। यह दिवस प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में ताकत, कमजोरियों और लक्ष्य के विचार मंथन के लिए मनाया जाता है, जिससे हमें देश की दशा और दिशा का सही ज्ञान हो सके। बेहद कम लागत में उपग्रह प्रक्षेपण की वजह से दुनियाभर के अंतरिक्ष बाजार में इसरो की धूम मची है, लेकिन अब समय आ गया है जब इसरो व्यावसायिक सफलता के साथ-साथ नासा की तरह अंतरिक्ष अन्वेषण पर भी ज्यादा ध्यान दे। देश में स्वदेशी तकनीक के विकास व प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता पाने के उद्देश्य से भारत में हर साल 11 मई को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस मनाया जाता है। इसी दिन पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में 1998 में भारत ने पोखरण में अपना दूसरा परमाणु परीक्षण किया था। उस समय परमाणु क्षमता संपन्न राष्ट्र होना बड़ी बात थी और पोखरण परमाणु के सफल परीक्षण के बाद भारत दुनिया के सबसे ताकतवर छह देशों के क्लब में शामिल हो गया था। प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि प्राप्त होने के उपलक्ष्य में ही राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस मनाया जाता है