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Showing posts from December, 2017

कब मिलेगा साफ पानी, सरकारी स्तर पर किए जाने वाले प्रयासों से तब तक कुछ नहीं होगा, जब तक हम जागरूक नहीं होंगे

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देश में दस करोड़ से अधिक लोग फ्लोराइड की अधिक मात्रा वाले पानी का सेवन कर रहे हैं। लोकसभा में पेयजल और स्वच्छता मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बताया कि समस्या से निपटने के लिए केंद्र सरकार ने 800 करोड़ रुपए जारी किए हैं, ताकि सामुदायिक जल शुद्धिकरण संयंत्र स्थापित किए जा सकें। उन्होंने कहा कि विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित क्षेत्रों में 12 हजार 577 बस्तियों में रह रहे करीब दस करोड़ छह हजार लोगों को पेयजल में फ्लोराइड की अधिक मात्र मिल रही है। आर्सेनिक और फ्लोराइड के दूषण से निपटने के लिए नीति आयोग की अनुशंसा के मुताबिक, सरकार ने मार्च 2016 में 800 करोड़ रुपए जारी किए थे, ताकि 1327 आर्सेनिक प्रभावित और 12 हजार 14 फ्लोराइड प्रभावित बस्तियों में पानी का शुद्धिकरण किया जा सके। कहते हैं कि जल ही जीवन है। जल के बिना धरती पर मानव जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती। मनुष्य चांद से लेकर मंगल तक की सतह पर पानी तलाशने की कवायद में लगा है, ताकि वहां जीवन की संभावनाएं तलाशी जा सकंे। पानी की महत्ता को हमारे पूर्वज भी अच्छी तरह जानते थे। जीवन के लिए इसकी आवश्यकता और उपयोगिता का हमारी प्राचीन पु

2जी स्पेक्ट्रम मामले में सीबीआई के विशेष कोर्ट द्वारा सभी आरोपियों को बरी कर फैसले को किया निहितार्थ

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2जी स्पेक्ट्रम मामले में सीबीआई के विशेष कोर्ट द्वारा सभी आरोपियों को बरी करने पर कांग्रेस ने जिस तरह का हमला केंद्र सरकार पर बोला है, वह स्वाभाविक है। आखिर इस मामले में भ्रष्टाचार के आरोपों का दंश वह आज तक झेल रही है। तो कोर्ट के फैसले का राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश करेगी ही। कांग्रेस ने तत्कालीन कैग विनोद राय के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है, जिन्होंने 2010 में अपनी रिपोर्ट में इसमें एक लाख 76 हजार की क्षति का आकलन किया था। उसके बाद ही यह मामला राजनीतिक टकराव का कारण बना था। वैसे भी जिसे उस समय तक आजादी के बाद का सबसे बड़ा घोटाला कहा गया उस मामले में कोर्ट का ऐसा फैसला हैरत में डालता ही है। इससे लोगों के अंदर भी संदेश गया है कि आरोप गलत थे और 2जी मामले में कोई घोटाला हुआ ही नहीं। कांग्रेस व ऐसे दल जिन पर आरोप थे वे यही संदेश फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। किंतु क्या यही सच है? सवाल यह भी क्या वाकई न्यायालय ने मान लिया है कि 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन में कोई भ्रष्टाचार हुआ ही नहीं है? क्या उसने यह कहा है कि जितने और जिनको लाइसेंस दिए गए वे नियमों के अनुरूप थे तथा भुगतान की दर सही थी

भाजपा की चुनौती कांग्रेस को मिले जैकपॉट से निपटना

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पटियाला हाउस कोर्ट के फैसले से पूरा देश हैरान है। 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन को देश का सबसे बड़ा घोटाला बताया गया था, लेकिन सभी आरोपी बच गए। राजनीतिक तौर पर खलबली मचाने वाले इस मामले में कॉरपोरेट व राजनेता सभी आरोपियों को सीबीआई अदालत ने बरी कर दिया। दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट की स्पेशल सीबीआई अदालत ने इस घोटाले से जुड़े सभी मामलों में फैसला सुनाया। इनमें से दो मामलों में जांच सीबीआई ने और तीसरे मामले की जांच प्रवर्तन निदेशालय ने की। इस मामले में मुख्य आरोपी पूर्व दूरसंचार मंत्री ए राजा और डीएमके सांसद कनिमोझी थे। सीबीआई कोर्ट ने सभी आरोपियों को बरी करते हुए कहा कि सरकारी पक्ष आरोपियों पर दोष सिद्ध करने में नाकाम रहा। इस फैसले के बाद कांग्रेस के हाथ भाजपा और प्रधानमंत्री को घेरने के साथ ही आगामी लोकसभा चुनावों के लिए एक मनचाहा जैकपॉट हाथ लग गया है। यह फैसला भाजपा के लिए सिर मुड़ाते ही ओले पड़ने जैसा है, क्योंकि गुजरात में 99 के फेर में पड़ने के बाद अभी वह संभल भी नहीं पाई है कि कांग्रेस को हमलावर होने का हथियार मिल गया है। अदालत के फैसले का असर आगामी दिनों में होने वाले चुनाव पर

काले धंधे को बढ़ावा देती बिटकॉइन, यह भ्रष्टाचार के खिलाफ जारी मुहिम को झटका लगने जैसा

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आयकर विभाग ने कर चोरी के मामले में बेंगलुरु की जांच इकाई की अगुवाई में 13 दिसंबर को देश के कई प्रमुख बिटकॉइन एक्सचेंजों दिल्ली, बेंगलुरु, हैदराबाद, कोच्चि और गुरुग्राम सहित नौ जगह छापे मारे। यह कार्रवाई आयकर विभाग की धारा 133ए के तहत की गई। इस धारा के तहत कार्रवाई का मकसद निवेशकों व व्यापारियों की पहचान के लिए प्रमाण जुटाना, उनके द्वारा किए गए सौदों और दूसरे पक्षों की पहचान तथा इस्तेमाल किए गए बैंक खातों आदि का पता लगाना है। देश में बिटकॉइन के मामले में यह पहली सबसे बड़ी कार्रवाई है। बिटकॉइन की कीमत में हाल के दिनों में आई भारी उछाल से सरकार चिंतित है। अंतरराष्ट्रीय एक्सचेंज में सूचीबद्ध होने के बाद बिटकॉइन की कीमत 18 हजार डॉलर हो गई है। बिटकॉइन को शिकागो बोर्ड वायदा में सूचीबद्ध किया गया है। बीते दिनों ज्यादा लोगों द्वारा इसके इस्तेमाल के कारण एक्सचेंज की बेवसाइट बार-बार ठप हो रही थी। चूंकि, इसके बरक्स अब भी देश में किसी तरह का नियमन नहीं है इसलिए सरकार इस संबंध में नीति बनाने पर विचार कर रही है। इस वर्ष इसकी कीमत में 13 सौ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। बिटकॉइन आभासी मुद्रा है। इस

भारत में महिलाओं की आधी आबादी खून की कमी यानी एनीमिया की गिरफ्त में

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प्राय: पूरी दुनिया मानती है कि भारत में महिलाओं की स्थिति अच्छी नहीं है। उन्हें रोज कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसमें दूसरे पहलू तो शामिल हैं ही स्वास्थ्य का मुद्दा भी इन्हीं समस्याओं से जुड़ा है। हाल ही में खबरें आई हैं कि भारत में 51 फीसदी औरतों को एनीमिया (खून की कमी) है। यह एक बीमारी ही है। कहा जाता है कि हर साल एक करोड़ महिलाएं एनीमिया की गिरफ्त में आती हैं। हाल ही में न्यू ग्लोबल रिपोर्ट-2012 के अनुसार एनीमिया से जूझ रही महिलाओं की लिस्ट में भारत का नंबर सबसे ऊपर है। भारत में 51 फीसदी यानी आधी से ज्यादा महिलाएं बीमारी की चपेट में हैं। साल 2016 में भारत में यही आंकड़ा 48 फीसदी था। रिपोर्ट में यह भी खुलासा हुआ है कि जो देश ज्यादा समृद्धशाली है, वहां की महिलाएं भी एनीमिया की शिकार हैं। स्विट्जरलैंड और फ्रांस में भी 18 फीसदी औरतें शिकार हैं। भारत के बाद पाकिस्तान, नाइजीरिया एवं इंडोनेशिया का स्थान आता है। विश्व की बात करें तो 15 से 49 वर्ष की कुल 614 मिलियन महिलाएं बेहाल हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक, खून की कमी का मुख्य कारण शरीर में लौह तत्वों की कमी का होन

सोनिया गांधी ने पेश की मिसाल, इसे कांग्रेस में नए युग के रूप में भी देखा जा रहा है

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कांग्रेस पार्टी की कमान बेटे राहुल गांधी को सौंपने के बाद अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शुक्रवार को राजनीति से रिटायरमेंट का फैसला किया है। सोनिया गांधी 1998 में कांग्रेस की अध्यक्ष बनी थीं। वह 19 साल तक कांग्रेस अध्यक्ष पद पर रहीं। यह बदलाव देश की सबसे पुरानी पार्टी में नए युग का आगाज माना जा रहा है। 11 दिसंबर को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को निर्विरोध तरीके से पार्टी का अध्यक्ष चुन लिया गया था। इस शीर्ष पद के लिए केवल राहुल ने ही नामांकन किया था। शनिवार को राहुल कांग्रेस अध्यक्ष के तौर पर कार्यभार संभाल सकते हैं। अब सोनिया गांधी ने ऐसे समय में रिटायरमेंट की घोषणा की है, जब कांग्रेस के सामने अपना जनाधार बढ़ाने की बड़ी चुनौती है। गौरतलब है कि कांग्रेस ने स्वतंत्रता के बाद से आधी सदी से अधिक समय तक देश पर शासन किया है, लेकिन भाजपा का कद बढ़ने के साथ ही देशभर की सियासत में कांग्रेस सिकुड़ती चली गई। एक समय पूरे देश पर कांग्रेस का नियंत्रण था, लेकिन वर्तमान में सिर्फ पांच राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में उसकी सरकार है। नेहरू-गांधी परिवार के वंशज राहुल के सामने अब पार्टी की

मप्र सरकार रेप पीड़िता को बंदूक का लाइसेंस देगी। यह फैसला महिलाओं को सुरक्षित बनाने की दिशा में उम्दा कदम

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मध्य प्रदेश में रेप पीड़िता को पद्मावती सम्मान और रेपिस्ट को फांसी की सजा के प्रावधान को विधानसभा में मंजूरी के बाद राज्य सरकार एक और फैसला लेने जा रही है। सरकार रेप पीड़िताओं को बंदूक का लाइसेंस देने की तैयारी में है। इस कदम के पीछे महिला-बाल विकास विभाग की मंत्री अर्चना चिटनीस का तर्क है कि अब महिलाओं की सुरक्षा को लेकर इंतजाम करना जरूरी है। जो भी इसकी पात्र होंगी, उन्हें लाइसेंस दिया जाएगा, लेकिन प्राथमिकता तो दुष्कर्म पीड़िताओं को ही दी जाएगी। महिलाओं को आत्मनिर्भर और सुरक्षित बनाना किसी भी सरकार की जिम्मेदारी होती है और यह काम अगर मध्यप्रदेश में हो रहा है, तो इसे सार्थक रूप में ही देखा जाना चाहिए। वैसे, मध्यप्रदेश में महिलाओं में हथियारों का लाइसेंस लेने का चलन काफी पुराना है। सिर्फ इंदौर में ही बीते दो वर्षो में 18 महिलाओं को बंदूक का लाइसेंस दिया जा चुका है। बढ़ते अपराध के बीच खुद को सुरक्षित रखने के लिए महिलाओं की संख्या भले ही पुरुषों के मुकाबले कम हो, मगर यह कदम महिलाओं की सोच के प्रति नया बदलाव परिलक्षित करता है। नई पहल हाल ही में राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो की

बिग बॉस के बहाने छोटे पर्दे पर कार्यक्रमों के प्रसारण को लेकर बहस फिर से तेज हो गई

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तीन नवंबर-2006 को बिग बॉस की शुरुआत सोनी टीवी पर हुई थी। यह इसका पहला सीजन था, जिसमें होस्ट की भूमिका अभिनेता अरशद वारसी ने निभाई थी। पंद्रह हाउसमेट्स के साथ लगभग तीन महीने चले इस शो ने ऐसी लोकप्रियता पाई कि फिर तो इसके एक बाद एक सीजन आने शुरू हो गए। शो की बढ़ती लोकप्रियता के कारण अरशद वारसी बीती बात हो गए और सिनेमा जगत के बड़े नामों ने शो के संचालन (होस्टिंग) में दिलचस्पी लेनी शुरू कर दी। शिल्पा शेट्टी, संजय दत्त, सलमान खान और यहां तक कि सदी के महानायक अमिताभ बच्चन भी खुद को इससे दूर नहीं रख सके। अमिताभ बच्चन तीसरे सीजन में संचालक (होस्ट) की भूमिका में नजर आए। हालांकि, ये शो उन्हें अपने लिए उपयुक्त नहीं लगा या कुछ और कारण रहा कि अगले सीजन में वे इससे अलग हो गए। उसके बाद से इस शो के संचालन का दारोमदार सलमान खान के ऊपर है। सलमान खान के संचालन में टीआरपी बेहतर रहने के कारण ही उन्होंने इस शो के सबसे ज्यादा सात सीजन होस्ट किए हैं। ग्यारहवें सीजन के संचालक भी सलमान खान ही हैं। शो में क्या होता है- यह बताने की जरूरत नहीं है। सब जानते हैं कि विविध क्षेत्रों, ज्यादातर टीवी व सिनेमा

हवा-हवाई होते जा रहे संस्कार, विमान में यात्रियों के असभ्य व्यवहार का किस्सा थम नहीं रहा

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विमान में यात्रियों के र्दुव्‍यवहार और अशालीन होने की घटनाएं अब चिंता बढ़ाने लगी हैं, क्योंकि विमान में सफर कर रहे प्रत्येक यात्री से सभ्यता और बेहतर व्यवहार की अपेक्षा की जाती है। विमान में यात्रा करने वाला यात्री चूंकि संभ्रांत परिवार से जुड़ा होता है, सो उससे ऐसे व्यवहार की अपेक्षा नहीं होती, जो समाज को गलत संदेश दे। लेकिन कुछ यात्रियों के चलते अब रुतबे का पर्याय कही जाने वाली हवाई यात्रा हवा-हवाई साबित हो रही है। पिछले कुछ समय से विमान में यात्रियों के व्यवहार पर आकाश से लेकर जमीन तक चर्चाओं का दौर हो चुका है। विमान कंपनियों और सरकार की तरफ से कड़ी चेतावनी का निर्देश जारी हो चुका है, मगर यात्रियों पर कोई फर्क पड़ता नहीं दिख रहा है। विमान में यात्रियों के असभ्य व्यवहार का शिकार अब दंगल गर्ल जायरा वसीम हुई हैं। जायरा दिल्ली से मुंबई जाते समय एयर विस्तारा की फ्लाइट में पीछे बैठे एक यात्री की छेड़खानी का शिकार हुईं। इससे कुछ दिनों पहले ही अभिनेत्री टीना दत्ता और फेसबुक के फाउंडर मार्क जुकरबर्ग की बहन रैंडी जुकरबर्ग भी छेड़छाड़ का शिकार हो चुकी हैं। बहरहाल, दंगल गर्ल की घटना

मणिशंकर अय्यर को बाहर कर कांग्रेस ने उम्दा काम किया, दिखाया दूसरों को रास्ता

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राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष बनने से पहले पार्टी जिस पुराने चोले को उतार फेंकने की ओर बढ़ रही है, वह अच्छे दिनों की ओर लौटने का संकेत है। गुजरात चुनाव के दौरान पार्टी के नेताओं को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए असंसदीय भाषा का प्रयोग न करने की नसीहत देने से लेकर मणिशंकर अय्यर को पार्टी से बाहर करने तक का फैसला इसी संदर्भ में देखा जाना चाहिए। गौरतलब है कि गुरुवार को अय्यर ने प्रधानमंत्री मोदी के लिए बेहद निचले स्तर की बयानबाजी करते हुए कहा था कि ‘इस आदमी में कोई सभ्यता नहीं है और ऐसे मौके पर इस किस्म की गंदी राजनीति करने की क्या आवश्यकता है?’ इस बयान के आने के बाद भाजपा और खुद मोदी ने कांग्रेस को घेरने में कसर बाकी नहीं रखी। मगर रात होते तक राहुल सक्रिय हुए और न सिर्फ अय्यर को माफी मांगनी पड़ी, बल्कि उन्हें बाहर का रास्ता भी देखना पड़ा। इस पूरे एपिसोड में लोगों ने कांग्रेस को खलनायक से नायक बनते भी देखा और इस बात पर भी बहस शुरू हुई कि अगर पार्टी नेतृत्व सख्ती से पेश आए, तो फिर राजनीति में भाषा के गिरते स्तर को बचाया जा सकता है। राजनीति में भाषा में आ रही गिरावट के प्रति च

शिक्षा की उम्र में अपराध चिंतनीय, यह देश और समाज के लिए चुनौती का समय

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अंग्रेजी साहित्य के प्रसिद्ध लेखक विलियम हैजलिट लिखते हैं कि संसार में बच्चे का प्रथम प्रवेश विद्यालय में होता है। इसके पूर्व बच्चा घर में रहता है। कहीं जाता भी है तो माता-पिता के साथ। अत: बच्चे में अच्छे संस्कार व आदर्श स्थापित करने का उत्तरदायित्व सबसे पहले उसके माता-पिता का ही होता है। वह अनुशासन का पाठ सबसे पहले घर में सीखता है। अगर माता-पिता अनुशासन में रहने के आदी हैं तो बच्चा भी वैसा ही बनेगा। लेकिन दुखद बात यह है कि देश में बाल अपराधियों की संख्या दिनों-दिन बढ़ती जा रही है। अब ऐसा माना जाता है कि निम्न आर्थिक वर्ग से संबंधित बच्चे जो झुग्गी-झोपड़ियों में रहते हैं, वे अपराधों में जल्दी फंस जाते हैं, क्योंकि उनके माता-पिता दोनों मजदूरी या दूसरे छोटे-मोटे काम करते हैं। आंकड़ों की मानें तो पढ़े-लिखे व अच्छे स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे भी अब हत्या व सामूहिक दुष्कर्म जैसे अपराध कर बैठते हैं। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की रिपोर्ट के मुताबिक किशोरों द्वारा किए जा रहे अपराधों में इजाफा हो रहा है। किशोरों के खिलाफ वर्ष-2003 में 33 हजार 320 मामले दर्ज किए गए थे, जो

अयोध्या पर अब न हो राजनीति, ऐसे में हमारे नेताओं को चाहिए कि वे राजनीति करने से बाज आएं

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सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या मसले की सुनवाई को अगले लोकसभा चुनाव तक टालने की दलील के बाद सुन्नी वक्फ बोर्ड के वकील कपिल सिब्बल चौतरफा घिरते दिख रहे हैं। पीएम मोदी और भाजपा के हमले के बाद अब सुन्नी वक्फ बोर्ड ने ही सिब्बल से किनारा कर लिया है, जिसका पक्ष रखते हुए उन्होंने शीर्ष अदालत में यह दलील दी थी। राम मंदिर के मुद्दे पर बोलते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि चुनाव के बीच अब कांग्रेस भी खुद को राम मंदिर से जोड़ रही है, लेकिन उन्हें राष्ट्र की चिंता नहीं है। सुन्नी वक्फ बोर्ड के सदस्य और बाबरी मस्जिद के पक्षकार हाजी महबूब ने भी सिब्बल के बयान को गलत करार देते हुए कहा, कपिल सिब्बल हमारे वकील हैं, लेकिन वे एक राजनीतिक दल से भी जुड़े हुए हैं। करीब 65 साल पुराना यह विवाद आज विवादित ढांचे के विध्वंस की 25वीं बरसी मना रहा है। एक ऐसा विवाद जिसे काफी पहले आपसी सहमति से सुलझा लिया गया होता, अगर राजनीति बीच में न आती। मगर राजनीतिक दलों के अपने स्वार्थ ने इस मुद्दे को कभी नेपथ्य में जाने ही नहीं दिया। अब जबकि मामला सुप्रीम कोर्ट में अंतिम सुनवाई के दौर में आया है, तो फिर वोट की राजनीति शुरू

न्याय क्षेत्र में महिलाओं की कम संख्या हमारे लिए बड़ा सबक, न्यायपालिका में लिंगभेद ठीक नहीं

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राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रीय विधि दिवस के अवसर पर नीति आयोग और विधि आयोग के सम्मेलन में न्यायपालिका में महिलाओं, ओबीसी, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के न्यायाधीशों की नगण्य संख्या पर चिंता जताते हुए सुधार की सलाह दी है। उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति एके सीकरी भी इस मुद्दे पर चिंता जाहिर कर चुके हैं। यह मुद्दा ऐसे समय उठाया गया है, जब न्यायपालिका न्यायाधीशों की कमी के संकट से जूझ रही है। सर्वोच्च और उच्च न्यायालयों के 17 हजार जजों में से देश की आधी आबादी यानी महिलाओं की संख्या 4 हजार 700 के करीब है। पिछले एक दशक से भी अधिक समयावधि में सर्वोच्च न्यायालय कॉलेजियम ने सबसे बड़ी अदालत में नियुक्ति के लिए सिर्फ तीन महिला जजों का नाम प्रस्तावित किया है। एक स्वस्थ, सक्षम व सुदृढ़ न्यायपालिका के बिना बेहतर लोकतंत्र की कल्पना संभव नहीं है। इसके लिए आवश्यक है कि सभी तबकों का यथोचित प्रतिनिधित्व सुनिश्चित किया जाए। रूमा पाल को देश की प्रथम महिला मुख्य न्यायाधीश बनने की दौड़ से कैसे अलग किया गया, यह अब भी रहस्य बना हुआ है। भारतीय गणतंत्र के 67 साल पूरे हो गए हैं। इ

चाबहार: भारत-ईरान के बीच कूटनीति की नई इबारत लिखने वाला चाबहार पोर्ट शुरू हो गया

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भारत और ईरान के बीच कूटनीति का नया दौर कहा जा रहा चाबहार पोर्ट शुरू हो गया है। पोर्ट के पहले चरण का उद्घाटन ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने किया। इस अवसर पर भारत, अफगानिस्तान और इलाके के कई दूसरे देशों के प्रतिनिधि मौजूद थे। ईरान के दक्षिण पूर्व सिस्तान बलूचिस्तान क्षेत्र में मौजूद इस पोर्ट से भारत, ईरान व अफगानिस्तान के बीच एक नया रणनीतिक मार्ग खुलेगा। इस पोर्ट का शुरू होना भारत के लिए रणनीतिक और व्यापारिक समेत कई मायनों में फायदेमंद है। साथ ही इस बंदरगाह के जरिए भारत अब बिना पाकिस्तान गए ही अफगानिस्तान और फिर उससे आगे रूस और यूरोप से जुड़ सकेगा। अभी तक भारत को अफगानिस्तान जाने के लिए पाकिस्तान होकर जाना पड़ता था। ईरान के दक्षिणी तट पर सिस्तान-बलूचिस्तान प्रांत में स्थित चाबहार बंदरगाह भारत के लिए रणनीतिक तौर पर उपयोगी है। यह फारस की खाड़ी के बाहर है तथा भारत के पश्चिम तट पर स्थित है और भारत के पश्चिम तट से यहां आसानी से पहुंचा जा सकता है। चाबहार पोर्ट का एक महत्व यह भी है कि यह पाकिस्तान में चीन द्वारा चलने वाले ग्वादर पोर्ट से 100 किलोमीटर ही दूर है। चीन अपने 46 अरब डॉलर

पहली परीक्षा में पास हो गए योगी, जनता ने सरकार के काम पर मुहर लगा दी

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उत्तरप्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा ही नहीं, विपक्ष के लिए भी नवंबर इम्तिहान का महीना था, जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पास हुए हैं। उत्तरप्रदेश में हुए निकाय चुनाव में योगी सरकार की नीति व नीयत पर शहरी मतदाताओं के समर्थन की मुहर लगी है। वहीं विपक्ष को भी इस चुनाव के बहाने अपनी ताकत को आंकने और परखने का मौका मिला है। खासकर कांग्रेस और सपा को। मेयर पद पर सपा कुछ खास नहीं कर पाई, तो कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया। खुद अमेठी का किला भी इस बार ध्वस्त हुआ है। अमेठी की दो नगर पालिका सीटें गौरीगंज और जायस हाथ से निकल गई हंै। बसपा के लिए निकाय चुनाव जरूर खास रहा। विधानसभा चुनाव में शिकस्त झेलने के बाद पार्टी ने कई जगहों पर भाजपा को कड़ी टक्कर दी, तो दो जगह मेयर जिताने में कामयाब भी रही। निकाय चुनाव योगी आदित्यनाथ के लिए किसी अग्नि परीक्षा से कम नहीं थे। यह पहले ही कहा जा रहा था कि यूपी निकाय चुनाव के नतीजे कुछ भी हों। भले ही इस चुनाव में भाजपा हारे या फिर जीते, लेकिन नतीजे योगी आदित्यनाथ के लिए बेहद अहम होंगे। योगी भी निकाय चुनाव को हल्के में नहीं ले रहे थे। खुद योगी ने चुनाव प्रचार